#SayNoToWar कहने वालों की प्रोफाइल्स पर एक नजर डालिए।
१. ये वो लोग हैं जिन्होंने भारत में बंगाल, झारखण्ड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक की धरती को वहां की आम जनता और उनकी सुरक्षा में लगे CRPF के खून से लाल कर डाला है।
२. ये वो लोग है जिनकी विचारधारा ही खूनी क्रांति पर आधारित है।
३. ये वे लोग है जो कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार पर एक बार भी जबान नही खोलते लेकिन रोहिंग्या और बांग्लादेशियों के भारत में पनाह की वकालत करते हैं।
४.ये वे लोग हैं जो भारत में आतंक मचाने वाले आतंकवादियों के लिए सजा का विरोध करते हैं, लेकिन सेना के जवानों की निर्मम हत्या पर चूं तक नही करते।
५. ये वे लोग हैं जो इस्लामिक आतंकवाद की बात को सीधा नकारते हैं लेकिन भगवा आतंकवाद साबित करने के लिए पूरा दम लगा देते हैं।
६. ये वही लोग हैं जो “भारत तेरे टुकड़े होंगे” का समर्थन करते रहे हैं।
इनकी खुद की सभी गतिविधियाँ भारतीय जनता के खून से सनी होती हैं। ये जवानों के बलिदान पर अट्टहास करते नजर आते हैं… और पाकिस्तान के समर्थन में say no to war का राग अलापते हैं, ट्विटर पर इस हैशटैग को ट्रेंड कराते हैं।
भारत की बजाय ये पाकिस्तान की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
इतने से समझ जाना चाहिए की ये कौन हैं… और अचानक से पाकिस्तान के लिए इनके मन में इतना प्यार क्यों उमड़ आया। आखिर खूनी खेल खेलने वाले लोग पाकिस्तान का नाम आते ही इतने शांतिप्रिय कैसे हो गए ?
– गीताली सैकिया