फ़ील्ड मार्शल करियप्पा के हवाले से…
सन् 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान भारत के रिटायर्ड सेनाध्यक्ष फ़ील्ड मार्शल केएम करियप्पा के पुत्र केसी नंदा का लड़ाकू विमान पाकिस्तानी क्षेत्र में गिर गया और नंदा पाक फ़ौज द्वारा युद्धबंदी बना लिये गये ।
नंदा की गिरफ़्तारी की ख़बर रेडियो पाकिस्तान ने प्रमुखता से प्रसारित की । भारत के पूर्व सेनाध्यक्ष का बेटा पाकिस्तानी सेना की गिरफ़्त में अपने आप में एक बड़ी ख़बर थी भी ।
उस वक़्त पाकिस्तान के राष्ट्रपति सैनिक तानाशाह जनरल अयूब खान थे । अयूब स्वतंत्रता के पहले ब्रिटिश-भारतीय सेना में जनरल करियप्पा के अधीन काम कर चुके थे ।
उन्होंने तत्काल करियप्पा को फ़ोन लगाया जो उस वक़्त कर्नाटक के एक छोटे से पहाड़ी क़स्बे मर्कारा में रिटायर्ड जीवन व्यतीत कर रहे थे । अयूब ने उन्हें उनके पुत्र की गिरफ़्तारी की सूचना दी और कहा कि पाकिस्तान उनको तत्काल रिहा कर रहा है ।
करियप्पा ने अयूब को धन्यवाद दिया और कहा कि वो अब मेरा नहीं, देश का सपूत है और उसके साथ वोही सलूक करना जो बाक़ी भारतीय युद्धबंदियों के साथ ।
स्वाड्रन लीडर अभिनंदन भी देश के सपूत हैं और देशवासियों की उनके लिये चिंता ज़ाहिर और स्वाभाविक है । परंतु स्मरण रहे, पुलवामा में मारे गये 44 जवान भी इसी देश के सपूत थे । और अग़र आतंकवाद का कोई स्थाई समाधान नहीं होता तो पता नहीं कितने और सपूतों की क़ुर्बानी लेगा ये देश ।
– अनुपम मिश्र
(श्री मिश्र प्रयागराज के प्रबुद्ध पत्रकार हैं)