सौगंध मुझे इस मिट्टी की, मैं देश नहीं मिटने दूंगा …!
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की इस पसंदीदा कविता को सुर साम्राज्ञी लता दीदी ने स्वर देकर अमर कर दिया है।
लता जी ९१ वर्ष की हैं और उन्होंने अपना अंतिम फ़िल्मी गाना लगभग डेढ़ दशक पूर्व गाने के बाद से गाना लगभग बंद कर दिया था। स्वर कोकिला ने २०१४ मे भी एक गीत गाया था। उसके बाद पिछले ही बरस अपनी चुप्पी तोड़ते हुए एक मराठी गाना ‘आता विसवयांचा क्षण’ रिकोर्ड करवाया था जिसे उन्होंने अपना अंतिम गीत बताया था।
पर आज सबको आश्चर्यचकित करते हुए लता जी मोदी जी की कविता को अपना स्वर देकर कहीं अधिक जीवंत कर दिया है। स्वयं लता जी ने ट्वीट करके ये गीत साझा किया।
लता दीदी आप का बहुत बहुत धन्यवाद… एक कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से आपको नमन 🙏🏻