सबका सबका सबका… कब जानेंगे हम कि सब हमारे हैं ही नहीं, न थे और न कभी होंगे!!!! फिर ये नौटंकी क्यों?...
क्या मोहनदास कर्मचंद गांधी का वध नाथूराम गोडसे की दो गोलियों से ही हुआ था? फिर तीसरी गोली किसने चलाई थी? क्यों...
राम मनोहर लोहिया ने कहा था- “ राजनीति अल्पकालिक धर्म है और धर्म दीर्घकालिक राजनीति है । धर्म का काम है, अच्छाइयों...
गोडसे ने गाँधी को मारा, इस बात को गला फाड़-फाड़कर कहनेवाले यह भी बताते कि गोडसे ने गाँधी को क्यों मारा? मई...
नाथूराम गोडसे के नाम और उनके एक काम के अतिरिक्त लोग उन के बारे में कुछ नहीं जानते। एक लोकतांत्रिक देश में...