शाजिया अनस सिद्दीकी उर्फ़ तन्वी सेठ के मामले को कुछ लोग हलके में ले रहे हैं | यह पाकिस्तानी ISI और वहाँ की सेना से जुड़ा मामला है इसके सबूत प्रस्तुत हैं |
पाकिस्तानी सेना के भारत विरोधी अधिकारियों द्वारा यह वेबसाइट “https://defence.pk” चलाया जाता है जिसमें सुषमा स्वराज को एक सेक्युलर तथा मानवाधिकार हेतु संवेदनशील तो बताया ही गया है, हाल के तन्वी सेठ के पासपोर्ट मुद्दे पर सुषमा स्वराज की कार्यवाई का समर्थन करते हुए उनको पाकिस्तानियों के प्रति सहानुभूति रखने वाली मन्त्री कहा गया है और उनकी फेसबुक रेटिंग गिराने वालों को fanatic तथा abusive बताया गया है :–
https://defence.pk/…/angry-bjp-supporters-bring-down-sushm…/
भारतीय मीडिया ने इस मामले को जिस तरह प्रचारित किया उसकी कुछ झलकें देखिये, इनके समाचारों का शीर्षक और विषयवस्तु उपरोक्त ISI के समाचार की हूबहू नक़ल है जो सिद्ध करता है कि भारतीय मीडिया के एक बड़े हिस्से को पाकिस्तानी सेना से वेतन मिलता है :–
(1)
http://www.jantakareporter.com/…/lucknow-passport-o…/193941/
(2)
https://www.sbdbforums.com/…/angry-bjp-supporters-bring-dow…
(3)
https://www.reddit.com/…/lucknow_passport_officer_row_angr…/
(4)
http://lazyupdates.com/lucknow-passport-officer-row-angry-…/
(5)
https://twitter.com/cobrapost/status/1010742909656760320
इन सभी “समाचारों” की भाषा एक समान है और पाकिस्तानी ISI की भाषा की कॉपी है |
कितने सबूत दिखाऊँ ? भारत की सेक्युलर मीडिया और सेक्युलर नेताओं की कथाएं अनन्त हैं, भाजपा में भी जिन्ना के जिन्न घुसे हुए हैं ! सुषमा स्वराज ने सेक्युलर जॉर्ज फर्नान्डीस से राजनीति के आरम्भिक पाठ पढ़े और उनकी ही पार्टी में थीं, बाद में आडवाणी जी की शरण में आयीं जो अन्त में जिन्ना-जिन्ना जपने लगे, और आज भी सुषमा स्वराज के ट्वीटर के जाँच कीजियेगा तो पायेंगे कि ये भारत के प्रधानमन्त्री या किसी को भी फॉलो नहीं करती — इतनी महान हैं !! किन्तु शाजिया अनस सिद्दीकी के झूठे ट्वीट को झट फॉलो करतीं हैं, बिना जाँच के “कार्यवाई” करने में क्षण भर भी देर नहीं करतीं !
तन्वी सेठ ने 12 वर्ष पहले नाम और मजहब बदलकर शाजिया अनस सिद्दीकी रख लिया, अब ऐसी कौन सी मजबूरी आ गयी जो मुसलमान होने पर भी पुराने हिन्दू नाम पर पासपोर्ट बनवाना चाहती है ?
क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी पीयूष वर्मा ने नियमों का उल्लंघन करके उसे पासपोर्ट क्यों दिया ? पीयूष वर्मा को पता था कि शाजिया अपने आवेदन में दिए पते पर नहीं रह रही है, अतः उसे हाथोहाथ पासपोर्ट दिया गया | पीयूष वर्मा की पहले से सेटिंग थी, उसी ने शाजिया को लखनऊ बुलाया था | पीयूष वर्मा ने ही सिखाया था कि विकास मिश्र यदि कानून बतियाये तो हिन्दू-मुस्लिम का हल्ला मचाये | हिन्दू-मुस्लिम का हल्ला मचते ही भारत की सेक्युलर मीडिया और सेक्युलर विदेश मन्त्रालय हरकत में आ गया , पूरा सेक्युलर ब्रिगेड पहले से मोर्चा सम्भालने के लिए तैयार बैठा था | यह मामूली गिरोह नहीं है | गवाह कुलदीप सिंह का अपहरण मजाक नहीं है | उसके प्राथमिकी की ठीक से जाँच होगी ऐसा आपको लगता है ? लखनऊ के SSP द्वारा शाजिया के पासपोर्ट पर दिए पते की पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट नेगेटिव है किन्तु पीयूष वर्मा ने मानने से इनकार कर दिया, बिना ऊपरी वरदहस्त के कोई सरकारी अधिकारी इतनी हिम्मत कर सकता है ? भाजपा विधायक ने पासपोर्ट कार्यालय पर जाकर हल्ला किया कि उनको एक महीने में पासपोर्ट मिला किन्तु शाजिया को एक घंटे में क्यों मिला, तो पीयूष वर्मा ने मिलने से इनकार कर दिया | शासक दल के विधायक के साथ कोई अधिकारी ऐसा बर्ताव कर सकता है ? शाजिया ने विकास मिश्र को धमकाया भी था कि उसकी ऊँची पँहुच है |
शाजिया का पति लखनऊ का ही रहने वाला था किन्तु वहाँ रहता नहीं था, वह गाज़ियाबाद में रहता है और जिस कम्पनी में कार्य करता ही उसके कार्य से अथवा पाकिस्तानियों के गोपनीय कार्य से अक्सर विदेश जाता रहता है |
29000 भाजपा समर्थकों को ब्लॉक किया जाना, उनका पासवर्ड चुराकर रेटिंग बदलना, इसके लिए बड़ी संख्या में हैकरों को बहाल करना, यह सब मजाक लगता है ? शाजिया का पासपोर्ट रद्द करते और विकास मिश्र का तबादला रुकवाते तो रेटिंग अपने-आप सुधर जाती, हम सब सुषमा स्वराज के समर्थन में उतर जाते | भाजपा के इतने समर्थकों को नाराज किया जाना सम्भव है किन्तु एक शाजिया को नाराज करना असम्भव क्यों है ? आज भी मेरे फेसबुक पन्ने पर शिकायत आयी है कि पासवर्ड चोरी हुआ है |
अब इस मुद्दे पर फालतू की बहस बन्द करें | मामला गम्भीर है | जिनलोगों का फेसबुक पासवर्ड 22 जून के बाद चोरी हुआ है वे लोग अपना नाम यहाँ नीचे कमेंट में दें | यदि स्क्रीनशॉट सुरक्षित हो तो वह भी दें |
सबसे अधिक आवश्यक है यह शिकायत कि सुषमा स्वराज के वेबसाइट पर जिनलोगों ने 1* रेटिंग दी थी उनकी अनुमति के बिना रेटिंग बदलने का स्क्रीनशॉट – यह ढूँढने में परिश्रम करना पडेगा किन्तु करना चाहिए | ऐसी शिकायतें हों तो यहाँ नीचे पोस्ट करें | ठोस सबूत चाहिए | मैं तो उनके पेज पर ब्लॉक्ड हूँ, मेरे नाम पर फर्जी रेटिंग बदलने का साहस नहीं हुआ है | किन्तु दो-दो बार मेरा पासवर्ड चुराया क्यों गया ? लगता है मेरे नाम पर भी रेटिंग बदलते लेकिन किसी ने समझाया होगा कि मुकदमा कर देगा, इसको छोड़ दो |
सुषमा स्वराज का सम्बन्ध ISI से है ऐसा गलत निष्कर्ष मत निकाले | किन्तु उनका अहंकार और सेक्यूलरिज्म इतना प्रचण्ड है कि वे अपने समर्थकों को नाराज कर सकती हैं किन्तु तन्वी सेठ के मामले पर भूल सुधार नहीं कर सकती | तन्वी सेठ के गिरोह का सम्बन्ध ISI से है इसका मुझ पक्का विश्वास है | कुलदीप सिंह का अपहरण साधारण घटना नहीं है | इनलोगों की आपराधिक पृष्ठभूमि है | सुषमा स्वराज अपने अहंकार के कारण अपराधियों का बचाव कर रही हैं | मीडिया में पासपोर्ट रद्द करने और कानून बदलने जैसी भ्रामक बातों का प्रचार करके मामले को दबाने का षड्यन्त्र किया जा रहा है |
साभार विनय झा जी