जर्मन अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ
जन्म – 29 नवंबर 1942, वियेना में
वह ऑग्सवर्ग यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर रह चुकी है। इस समय वह अपने पति के साथ जर्मन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी में सक्रिय रहती है।
आखिर अनिता फाफ है कौन ?
अनिता फाफ की माता का नाम है- एमिली शेंकल।
अब कुछ याद आया? नहीं?
एमिली शेंकल- नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की पत्नी
अनिता बोस फाफ- नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की बेटी!
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता सुभाष चन्द्र बोस और उनकी ऑस्ट्रियन पत्नी एमिली शेंकल की एकमात्र संतान है – अनिता बोस फाफ।
जब सुभाष चन्द्र बोस 1934 में वियेना अपना इलाज कराने गए थे उस समय उन्हें वहाँ काफी समय तक ठहरना पड़ा था। उन दिनों एक किताब लिखने के लिए उन्हें अंग्रेजी जानने और लिखने वाली एक महिला की जरूरत हुई।
इसके लिए उन्होंने जून 1934 में एमिली शेंकल को अपना सचिव नियुक्त कर लिया।बोस और एमिली एक दूसरे के नजदीक आ गए और उन्होंने आपस मे 1937 में वाड गास्टिन में विवाह किया।29 नवम्बर 1942 को अनिता का जन्म हुआ।
अगस्त 1945 में जब बोस के विमान दुर्घटना में देहांत की खबर आई (आज तक दुर्घटना में मृत्यु साबित नही हुई) उस समय अनिता पौने तीन साल की थी। दुर्घटना से पूर्व सुभाष चन्द्र अपनी पुत्री को देख आये थे, अनिता बोस नाम सुभाष चन्द्र ने ही दिया था परन्तु सुभाष चन्द्र अनिता की परवरिश न कर सके।
सुभाष चन्द्र ने अपनी बेटी को सिर्फ दो बार ही देखा था।सुभाष चन्द्र की मौत की खबर के बाद एमिली शेंकल गुमनाम सी जिंदगी जीने को मजबूर हो गई, उन्हें ब्रिटिश हुकूमत खोज रही थी।
नेहरू जब तक जीवित रहे, सुभाष चन्द्र बोस और उनके परिवार की खोज के लिए जासूसी कराते रहे। सुभाष के बड़े भाई एक बार एमिली शेंकल को ढूंढ़ कर मिले थे, कुछ दिन उनके पास भी रहे, चुपचाप मिल के चले आये किसी को कुछ बताया नही।
एमिली शेंकल ने बड़ी मुश्किल से अपनी बेटी अनिता को पाल पोस के बड़ा किया, दुनिया से छुपा के रखा, कभी किसी को सुभाष चन्द्र का नाम नही बताया, अपने पति का नाम नही बताया, इस कारण वियेना में लोग अनिता को अनिता शेंकल के नाम से ही जानते हैं।
शादी के बाद अनिता शेंकल फाफ के नाम से जानते हैं।अनिता के पति प्रोफेसर मार्टिन फाफ है।अनिता के एक बेटा 2 बेटियां हैं।अनिता अपने देश और हिन्दू धर्म को भूली नही है। उसने अपने बच्चों के नाम में भी हिन्दू नाम जोड़े हैं ….
बेटा— पीटर अरुण
बेटी — थॉमस कृष्णा
बेटी — माया कैरिना
अनिता की माँ एमिली शेंकल की मृत्यु 1996 में हुई।अनिता अपने पति की जर्मन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी में सहयोग करती है। पिता पर एक किताब — “नेताजी सुभाष चन्द्र बोस एन्ड जर्मनी” अंग्रेजी में लिखी है। इस पुस्तक की पहली प्रति उन्होंने भारत आकर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों 6 जनवरी 2013 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में स्वयं भेंट की थी।
पुस्तक का प्रकाशन इंडो जर्मन सोसायटी ऑफ इंडिया के सौजन्य से हुआ है।जब अटल जी की सरकार थी तब भी अनिता भारत आई थी और अटलजी से मिली थी।
अब तो इंतजार है मोदीजी कब बुलाते हैं भारत की बेटी को, एक बार जोरदार स्वागत तो हो इस बेटी का, काश ! सुभाष चन्द्र बोस इस देश के प्रधानमंत्री होते तब अनिता की क्या पोजिशन होती सोचो ….
जय हिंद 🇮🇳
साभार:- शैलेश गंगवार